कवयित्री डॉ. रेखा मंडलोई ‘गंगा’ जी द्वारा रचना ‘भाई दूज पर्व की स्वरचित शुभकामना'

' भाई दूज पर्व की स्वरचित शुभकामना' 

बहनों के सम्मान के लिए भाइयों ने किया वादा।
बहनों ने रक्षा कवच रूपी उपहार पाने किया इरादा।
भाई बहन के प्यार का रिश्ता अटूट बना रहेगा।
सपना यही है हमने अपने मन में सदा से  पाला।
 धन की बरसात हो भाई  हमारा बने समृद्धि वाला।
बहनों के सम्मान के लिए भाई ने भी अपना जीवन वारा।
त्योहार के दिन सा उत्साह सदा बना रहे हमारा तुम्हारा।
भाई दूज पर्व बना रहे हर्ष उल्लास वाला।
भाई को हमारे न लगे नजर टीका हमने ऐसा लगाया।
स्वास्थ्य लाभ ले जीवन भर जाए खुशियों से सारा।
भाभज, भतीजा भतीजियों भरा
परिवार रहे खुशहाल तुम्हारा 
भाई दूज पर्व की शुभकामना भरा उपहार ले लो हमारा।
सभी को प्रणाम।
आपकी बहन
डॉ. रेखा मंडलोई ' गंगा' इंदौर

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