कवयित्री सुदिति पंत जी द्वारा सुंदर रचना

*राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय 'बदलाव मंच' साप्ताहिक प्रतियोगिता

*दिनांक- 18 नवम्बर तक,2020*
विधा कविता
शीर्षक - आई दीवाली

*विषय* दीपोत्सव*
       
आई दिवाली आई दिवाली
 दुकानों में दीपक रंग लाई
 बहुत मजा आए, दिल खुश हो जाए दिवाली में हम करें सफाई 
क्यो न इस बार करें भलाई
एक बात मैंने है सोची समझी
बम जलाते हम करते फिजूलखर्ची
 यह मस्ती मेरे गले न उतरी
 कीतने सारे  है जो गरीब बच्चे 
वे भी तो है मन के सच्चे
उनके लिए कुछ करते है
उनकी पढ़ाई का खर्च उठाते है
ऐसा करके हम  प्रदूषण से  भी बचते है
मैं शपथ लेती हूं कि अब से गरीबों को हम साथ ले दिवाली मिल जुल कर मनाएँगे
फिर मिल कर गायेंगे आई दीवाली आई दिवालीसे मनाएंगे आई दिवाली आई दिवाली

नाम -सुदिति पंत
उम्र- 8 वर्ष
स्वरचित कविता

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