कवि राजेश तिवारी 'मक्खन' द्वारा 'बिरसा मुंडा' विषय पर रचना

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय 'बदलाव मंच'" साप्ताहिक प्रतियोगिता दिनांक :17/11/2020
विषय: बिरसा मुंडा
विधा : गीत

बिरसा मुंडा जयन्ती"

बिरसा मुंडा वंदनीय तुम मातृ भूमि के लाल ।
ओ विधर्मियों के भयदाता तुम थे वीर कमाल ।।
युवावस्था में तुमने कीन्हा था बड़ा वीर सा काम ।
आदिवासी शबरजाति के तुम थे अति अभिराम ।।
तुम को रघुनन्दन प्यारे थे शबर जाति शुभ काम ।
जनजाति सब भेद भुलाकर यश  से  हुए  ललाम ।।
क्रांति का था बिगुल बजाया दुश्मन बहुत थकाया ।
जन्म भूमि के काम में आई धन्य तुम्हारी काया ।।
आज आपकी जन्म तिथि पर देश याद यह करता ।
धन्य धन्य माता के लालन नमन राष्ट्र् यह करता ।।
जय बिरसा जय भारत माता धन्य यहाँ के वासी ।
धन्य धन्य यह भारत भूमि महिमा जिसकी खासी ।।

मेरी यह रचना मौलिक व स्वरचित है ।

राजेश तिवारी 'मक्खन'
झांसी उ प्र

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