कवयित्री गीता पाण्डेय जी द्वारा रचना ‘शीर्षक:-पावन पर्व महान'

शीर्षक:-पावन पर्व महान ।
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होता भैया दूज का ,
पावन पर्व महान ।
मिलता भाई बहन से,
होंठों पर मुसकान ।1।
अक्षत ,चन्दन भाल पर,
स्नेह पूर्ण मिष्ठान्न-
दिव्य भाव उर साज कर,
करते सब गुणगान ।2।
दृष्टान्त प्रचुर धरणी तल पर,
यम-यमुना की कथा महान।
रीतिपूर्ण संस्कृति सुखद,
संयोग सहज वरदान ।3।
कभी भूल कर बहन का,
नहीं करें अपमान ।
चलो आज संकल्प लें,
करें सदा सम्मान ।4।
ईश्वर की अनुपम कृति,
सद्गुण की यह खान ।
स्नेह,दया,ममता की मुरत,
नहीं तनिक अभिमान ।5।

गीता पाण्डेय
(उप प्रथानाचार्या)
करहिया बाजार
रायबरेली (उ0प्र0)

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