बदलाव राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मंच
दिनांक -11/11/ 2020
साप्ताहिक प्रतियोगिता
दीपावली और पटाखे
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दीपावली पे पटाखे
क्यों जलाते हो।।
खुशी का त्यौहार है
सिर्फ दीप क्यों न जलाते हो?
वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण
कितना अधिक बढ़ता है।
पटाखों के कारण कोई तो
जलके पीढ़ा से लड़ता है।।
आकाश मे छोड़े पटाखों के कारण
तो आकाश धूंऐं से भी भरता है।।
कितने तो श्वासों की बिमारी के कारण
दम़ घूटने से खुद को कमरे मे बंद करता है।।
दीपावली पे छोड़े पटाखों से तो कितनों
के घर आग के हवाले इंसा तू करता है।
मैंने खुद ये किस्सा देखा दीपावली पे जब
इंसा की रोज़ी दुकान धूं धूं बम करता है।।
हर्षो उल्लास का त्यौहार दीपावली
क्यों ना सिर्फ गरीबों की मदद करता है।
रोशन कर इन पटाखों के बचे पैसों से किसी
गरीब का घर देख दुआओ से इंसा आगे बढ़ता है।।
रोशन कर इन पटाखों के बचे पैसों से किसी
गरीब का घर देख दुआओ से इंसा आगे बढ़ता है।।
वीना आडवानी
नागपुर, महाराष्ट्र
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