हीरल कवलानी, नोएडा जी द्वारा खूबसूरत रचना#

बदलाव मंच अंतराष्ट्रीय व राष्ट्रीय को सदर नमन।
बदलाव मंच विशेष एक दिवसीय प्रतियोगिता 

विषय  :-आत्मनिर्भर भारत की उड़ान
विज्ञान एवं तकनीक में  योगदान
दिनांक:- 19/12/2020
 
दिवाकर सी स्वर्णिम प्रतिमा 
विश्व पटल पर हो अनुपमा
मॉं भारती के शुभाशीष से
भारत तकनीक में अग्रसर बना।

विज्ञान जगत में अनेक अविष्कार
तकनीक ने किए स्वप्न साकार
चन्द्रयान,मंगलयान,रॉकेट प्रक्षेपण
उन्मुक्त स्वप्नों का मिला उपहार।

ज्योतिष,वास्तु,अर्थशास्त्र,योगी
समृद्धि लाते, हमें बनाते निरोगी
सभी में विज्ञान,कला का समावेश
आत्मनिर्भरता संग बनें सुखभोगी।

चरक,सुश्रुत,चाणक्य,बुद्धा
औषधि,रणनीति ज्ञान प्रबुद्धा
आयुर्वेद विज्ञान में हम आत्मनिर्भर
शून्य से शिखर तक हमारा सफ़र।

देस,परदेस, चल,अचल
गूगल से पाते सारा हल 
नि:शब्द!भारत की सानी नहीं
महिमा गाँऊं  मैं पल पल।
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स्वरचित एवं मौलिक
रचनाकार:- हीरल कवलानी, नोएडा

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