शील चन्द्र जैन शास्त्री जी द्वारा#नया वर्ष नये संकल्प

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय 'बदलाव मंच' साप्ताहिक प्रतियोगिता 
दिनांक -29दिसं0 2020से 5 जन 2021
विषय - नया वर्ष नये संकल्प 
विधा - पद्य (कविता)
आने वाले नव-संवत्सर ! करना बस इतना  उपकार ।
कोरोना भय भूख व्याधि के , लाना रामबाण उपचार ।।

तन को वस्त्र ,भूख को रोटी , मेहनतकश को लाना काम ।
निर्धन को धन , बेघर को घर , भटके हुए को मिले मुकाम ।
कहीं किसी मुफलिस की रोटी , निगल न पाए भ्रष्टाचार ...आने वाले नव-संवत्सर ...1

हरी भरी फसलें लहराएं , रहें प्रफुल्लित सभी किसान ।
राष्ट्र-प्रहरी को शक्ति लाना , सीमा पर चौकस रहें जबान।
सीमाएं देश की रहें सुरक्षित , चौकन्ने हों चौकीदार ...आने वाले नव-संवत्सर ..2..

रहें स्वतंत्र श्रृष्टि के खग-कुल , छेड़े अपनी मीठी तान ।
खुली हवा में अठखेलीं कर ,उन्मुक्त गगन 
में भरे उड़ान ।
नन्हीं चिड़ियाँ ,क्रूर बाज की, बन न पाएं 'शील' शिकार ।
आने वाले नव-संवत्सर ..3

शील चन्द्र जैन शास्त्री
ललितपुर , उ0प्र0 (भारत)

     स्वरचित एवं मौलिक रचना प्रतियोगिता हेतु प्रेषित- शील

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