तिथि 02 - 01 - 2020
विषय ः- नव वर्षबधाई।
विधा कविता
हर दिन नया दिन शुरु होता नया साल
हर पल नया जीवन है सुबह नव प्रभात
ऐसा क्या है खास अंग्रेज़ी कैलेण्डर से बंधे हम
ऐसा क्या बदलाढव देता सुखद आभास।
एसी क्या मानसिक मजबूरी एक जनवरी आते ही नव वर्ष की बधाई देते न थकते।
आजादी पाई पर मानसिकता न बदली।
बधाई स्वीकार करें हर नव प्रभात
सपने आपके साकार होंगे हजार
नई चेतना नई उर्जा पायेगें लक्ष्य होगा नया।
हो नमन माँ बाप के चरण में रक्षा करेंगें उनकी दुआ।
नव वर्ष हमारा, विक्रम संवत प्पारा।
अनिल मोदी, चेन्नई3
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