नमन माँ शारदे --
आलेख--
जीवन को सार्थक बनाने के लिए बर्ष 2021 केे कुछ नवसंकल्प ~
नये साल 2021 का सुनहरा आगाज हो गया है |
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि ~
हमारी भारतीय सभ्यता,संस्कृति 1 जनवरी को नवबर्ष मनाये जाने वाली अंग्रेजों की देन इस परम्परा को नकारती है |
क्योंकि भारतवर्ष में 1 जनवरी को नवबर्ष मनाये जाने के उत्सव को अंग्रेजों की मानसिकता जताते हुये यूरोपीय नवबर्ष कहा जाता है |
जैसा कि हमारे सनातन धर्म,शास्त्र आदि में भी उल्लिखित है कि ~
भारतीय संस्कृति में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से नवीन बर्ष पर्वोसत्व का हर्षोल्लासपूर्वक ह्रादिक अभिनन्दन किया जाता है |
किंतु खुशियाँ मनाने के बहाने ढूँढने वाले अति उत्साही उमंग, तरंग,से भरे लोग इक नवबर्ष एवं विक्रम संवत चैत्र नवरात्र शुक्ल पक्ष के दोनों नवीन बर्षों का आनन्द मनाते हैं |
ये खुले ह्रदय से स्वागत करने वाले लोग 1 जनवरी की रंगीन शाम का दिल खोलकर स्वागत करते हैं |
और सपरिवार बाहर घूमने जाकर अथवा अपने शहर के होटलों में रात के डिनर पार्टी की व्यवस्था के साथ ही 31 दिसम्बर की रात्रि 12 बजे डीजे डांस करते हैं | केक काटते हैं, हर्षातिरेक में डूबते उतराते हैं |
नाचते हँसते,गाते ,झूमते नूतन बर्ष की मंगलमयी शुभकामनाओं से एक दूसरे को बधाइयाँ देकर नवबर्ष स्नेहिल स्वागत करते हैं |
तो आओ चलो,
प्रिय साथियों ,
हम भी चलते हैं 1 जनवरी 2020 के अति महत्वपूर्ण दिवस पर जीवन के सफर को शानदार बनाने के लिए कुछ विशेष शुभ संकल्प लेते हैं |
31 दिसम्बर ठंड़ के कोहरे में लिपटी मदमस्त नशीली झूमती मनमोहिनी यामिनी का स्वागत करने के लिए आप और हम सभी बेताब हैं |
किंतु इस बार कोरोना महामारी से विदेशों के साथ ही हम भारतवासी भी जूझ रहे हैं । संकट के इस महाकाल ने लोगों के बीच सामाजिक दूरियाँ बढाई हैं ।
कोरोना जैसे वायरस का खात्मा करने के लिये प्रतिबद्ध बड़े बुजुर्ग एवं
बच्चों के मन में भी नये साल को लेकर नवीन उत्साह का संचार है |
कुछ लोग अपने परिवार के साथ गोवा, मुबंई, गुलाबी नगरी जयपुर की चौखी ढाणी जैसे स्थानों पर नववर्ष की खुशियाँ मनाने के लिए ,पहुँच रहे हैं | लोग अति उत्साहित हैं |
फिलहाल लोगों के उत्साह से सभी स्थानों पर 2021 को हर्ष प्रसन्नता पूर्वक मनाये जाने के लिए तैयारियाँ प्रारम्भ हो चुकी हैं |
जिंदगी के संघर्षों में से कुछ अनमोल समय चुराकर खुशियाँ बटोरने वाले लोग शुभ संकल्पों के साथ नूतन बर्ष का सुनहरा आगाज कर सकते हैं
" तो आओ चलो
प्रिय मित्रों ,"
जीवन को सार्थक, सुखद बनाने के लिए हम भी चलते हैं 1 जनवरी 2021 के अति महत्वपूर्ण बर्ष के प्रारम्भ पर कुछ विशेष शुभ संकल्पों को दृढ़ संकल्पशक्ति के द्वारा फलीभूत करने का संकल्प लेने के लिए |
हाँ, किन्तु एक बात का ध्यान रहें कि कोई भी संकल्प बनायें तो उसे आत्मशक्ति के साथ पूर्ण करने का प्रयत्न अवश्य ही करें |
तब समझो, सफलता आपसे दूर नहीं है |
किशोरवय बच्चों के लिए ~
किशोरवय के बच्चे नवबर्ष के प्रारम्भ पर अपने लिए मन में नवीन संकल्प करें कि वह आलस्य का त्याग करेंगे | सुबह सवेरे टहलने के लिए नजदीक के उपवन या वाटिका में जायेंगे |
बाहर खुली हवा में टहलने से न केवल उनका स्वास्थ्य सुधरेगा |
वरन् ताजी स्वच्छ वायु के सेवन से बच्चों के मन,तन,प्राण में नवीन ऊर्जा और ताजगी का समावेश अवश्य ही होगा |
भोर की पहली किरणों के साथ नंगे पैर कुछ देर घास पर चलने, दौडने वाले बच्चों की नेत्र ज्योति में बेहद सुधार होगा |
परीक्षायें नजदीक आने वाली हैं |
अपने पढे गए विषय का रिवीजन करने के लिए समय सारिणी बनायें |
मोबाइल, दूरदर्शन, आई पॉड जैसे इंटरनेट सोशल मीडिया पर व्यर्थ का समय बर्बाद न करें |
समय की कीमत को पहचाने | व्यर्थ बातों में बीत गया वक्त कभी लौटकर नहीं आता |
अतः अपने द्वारा लिये गए शुभ संकल्प को पूर्ण मनोयोग से साकार होता हुआ देखें |
पुरूषों के लिए ~
यदि आप धुम्रपान या मदिरापान,गुटका,पान,बीडी जैसे किसी अवास्थयकर व्यसन से परेशान हैं |
तो नूतनबर्ष में शुभ संकल्प के साथ अपने जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण द्वारा शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, आत्मिक उन्नति को प्राप्त कर सकते हैं |
क्योंकि ये बुरी आदतें स्वास्थ्य को तो हानि पहुँचाती ही हैं | साथ ही घर, परिवार की सुख, शांति का भी भक्षण कर जाती हैं |
इस लत से छुटकारा पाना चाहते हैं तो नवबर्ष के शुभ संकल्प काल में परिवार के सहयोग के साथ ही दृढ़ संकल्पशक्ति से अवश्य ही बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकते हैं |
सौंफ का पानी बनाकर धीरे, धीरे थोडी मात्रा में पीते रहने से शराब पीने की लत पर काबू पाया जा सकता है |
पान, गुटखा की लत से दूर रहने के लिए मुख में इलायची या मुखशुद्धि मसाले का प्रयोग करते रहे |
यदि मन में दृढ़ संकल्प किया है तो परिणाम की धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करनी होगी |
थोड़ी सी देर भले ही लग जाये किंतु अपनी आत्मशक्ति के बल पर आप अवश्य ही विजयश्री प्राप्त करेंगे |
महिलाओं के लिए ~
घर और बाहर दोनों स्थानों पर सफलता के परचम फहराने वाली हमारी मातृशक्ति परिवार की महत्वपूर्ण धुरी है |
इस नये साल के शुभ संकल्प में आप जिम्मेदारी भरे कार्यों को निभायें अवश्य ही |
किंतु, अपने लिए भी कुछ पल, छिन अवश्य ही निर्धारित करें |
कुछ समय अपने मनपसंद कार्यों को करने के लिए बचाकर महफूज रखिए |
अपने समय में योगासन प्राणायाम करें, मनपसंद गीत, संगीत, नृत्य कला जहाँ भी आपका मन रमें |
उन सुखद पलों को जीते हुये सकारात्मक चिंतन के साथ घर परिवार,आफिस संभाले |
अपने परिवार और अपने स्वास्थ्य का अवश्य ही ध्यान रखिये |
जहाँ महिलाओं की स्वस्थ एवं सुखद उन्मुक्त हँसी खुशी गूँजती हैं वहाँ स्वयंमेव ही सकारात्मक तरंगों का समावेश होने लगता है | परिवार की सुख शांति के साथ ही उस परिवार में देवताओं का निवास भी हो जाता है |
अतः नवबर्ष के शुभ संकल्प में अपने मन की खुशियों को अवश्य ही स्थान दें!
बुजुर्गों के लिए ~
चूँकि, परिवर्तन इस संसार का शाश्वत नियम है |
अब आपमें भी पहले जैसी कार्यशक्ति का अभाव होगा |अब आप 60 बर्ष की अवस्था के बाद प्रातः भोर भये के स्थान पर कुछ देर से शय्या त्याग कर सकते हैं |
कुछ देर टहलने के साथ ही योगासन प्राणायाम ध्यान साधना आदि करें |
सेवा निवृत होने के बाद परिवार में फालतू टीका टिप्पणी से बचें |
अपनी मित्र मण्डली में सकारात्मक दृष्टिकोण चिंतन के साथ ही जीवन को सार्थक बनाने के लिए अपने लिए शुभ संकल्प बना सकते हैं |
बच्चों को गृहस्थी की जिम्मेदारी का अहसास कराने के लिए व्यंग,आक्षेप या ताना कशी जैसी बातों से दूर रहें |
यदि चाहे तो छोटे, मोटे कार्यों के द्वारा परिवार में सहयोग कर सकते हैं |
बच्चे, बूढे, परिवार में सभी के लिए ~
जैसा व्यवहार आप अपने लिए चाहते हैं वैसा ही व्यवहार दूसरों के साथ भी करें |
सृष्टि का अद्भुत नियम है कि कर्मानुसार फल भोगना ही पडता है |
इसलिए इस बार शुभ संकल्प रखिये कि किसी का दिल दुखाना जैसे काम अपने द्वारा कभी न हों |
प्रेम, सम्मान, सहयोग के द्वारा सत्कर्म करने का प्रयत्न करते रहना चाहिए |
तो ये थे ~
जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शुभ संकल्प |
इन्हें अपने जीवन में अपनाकर जीवन पथ आलोकित एवं उन्नतिशील बनाने का प्रयत्न कर सकते हैं |
इसी के साथ ही आप सभी सम्मानित पाठकों , प्रबुद्घजनों को नूतनबर्ष 2021 की ढेरों ह्रादिक शुभकामनाएं
सीमा गर्ग मंजरी
मेरी स्वरचित रचना
मेरठ
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