नव वर्ष(बाल कविता)
--- शैलेन्द्र सिंह शैली
नव वर्ष आया,
अनेकों खुशियां संग लाया।
रेवड़ी, मुंगफली व गज्जक खाएंगे,
नए साल में झूमेंगे,नाचेंगे और गाएंगे।
होगी इस वर्ष भैया की शादी,
मस्ती करने को मिलेगी खूब आज़ादी।
करते प्रतिज्ञा आज हम
बड़ो का कहना मानेंगे,
खेल के साथ-साथ
पढ़ाई में भी रंग जमा देंगे।
कहते हैं हम भाई
मेहनत के पथ पर है चलना,
याद रखो तुम सदा
झूठ कभी न बोलना।
नव वर्ष पर हम सभी
प्रतिज्ञा यह करते हैं,
काम कुछ ऐसा करेंगे
सब कहेंगे आप हमारे दिल में रहते हैं।
---- शैलेन्द्र सिंह शैली
महेंद्रगढ़, हरियाणा
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