शशिलता पाण्डेय जी द्वारा अद्वितीय रचना#नव वर्ष का स्वागत#

नववर्ष का स्वागत 2021
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जो बीत गयी वो गई बात,
नई खुशियाँ सुन्दर सौगात।
स्वागत है आया नया साल,
पूछेंगे हम अपनों का हाल।
बड़ा दुखद था पिछला साल,
कोरोना से था हाल बेहाल।
अब बरसेगी नई-नई खुशियाँ,
महकेगी जीवन की बगियाँ।
करते है हम ईश्वर से दुआएँ,
फिर ऐसा साल कभी ना आएँ।
जिन्दगी कैद ना बन जाएँ,
कभी ना हो हम अपनो से दूर।
सबको गले लगाएं जरूर,
ये साल ऐसा स्वर्णिम बन जाएं।
सुन्दर यादों से जीवन सज जाएं,
हमे एक नया परिवेश मिले।
घूमने को हर देश मिले,,
सबको गले लगाने का आदेश मिले।
केवल सुन्दर संदेश मिले,
सभी अपनों से हम हिले-मिले।
हर मानव के अधरों पर मुस्कान खिले,
दुखद विगत साल हम भूलें।
हम अम्बर सी ऊँचाई छू ले,
नव वर्ष में खुशियों के झूले पर झूलें।
रोज करे हम ईश्वर का वंदन,
करे नूतन साल अभिनंदन।
साल 2021 लाये अनुपम सौगात,
कोरोनाकाल भी जाएगा बीत।
कोरोना की औषधि भी ईजाद,
होगी महामारी से अपनी जीत।
गायें हम उल्लास-उमंग में गीत,
नया साल मिलाये मन के मीत।
अब गायें नए साल का नूतन संगीत,
आओ करें हम नूतन वर्ष का स्वागत।
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स्वरचित और मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित
कवयित्री:-शशिलता पाण्डेय
बलिया (उ,प्र)

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