भारत की शान है संविधान#प्रकाश कुमार मधुबनी'चंदन' द्वारा बेहतरीन रचना#



*भारत की शान है संविधान*
*भारत के लिए सम्मान है संविधान।*
*जाती से ऊपर पहचान है संविधान*
*नही तो देश का बढ़ना होता मुश्किल।*
*सच में कहे तो जीने हेतु ईनाम है संविधान।* 

*जिसने मानवता का अलख जगाया।*
*जिसे कई लोगों ने मिलकर बनाया।*
*संगठनों के मध्य जो मनमुटाव न होने दे*
*बाबा साहेब का वह वरदान है संविधान।*

*जो मौलिक कर्तव्य मौलिक अधिकार बताएं।*
*सर्वसम्मति को ही जो विजेता बनाएं।*
*सैकड़ों लड़ाईयों से सदा बचाने वाला*
*रोटी कपड़ा मकान हेतु इंतजाम है संविधान।*

*सोच समझकर बनाया गया जिसको।*
*आख़िर में राजगद्दी पे बिठाए किसको।*
*एक व्यकि एक वोट की बात जो करता।*
*जो व्यवस्था को बनाता आसान है संविधान।*

*465 से अधिक अनुच्छेद और 12 अनुसूचियां हैं। जिसमें*
*गवाही देता मौन होकर वह कान है संविधान।*
*सैकड़ों संसोधनों के बाद भी ज्यों का त्यों मजबूती से।*
*हक के लिए लड़ने वाला पक्का ईमान है संविधान।*

*अंत में यही कहना है इसके लिए उंगलियां न उठाना।*
*क्योंकि भारतीयों के मन का बड़ा मुकाम है संविधान।*

*जय हिंद जय भारत*
*प्रकाश कुमार मधुबनी'चंदन'*

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