शाक्षी जी द्वारा माता पिता पर अद्वितीय रचना#

(माता-पिता ) - मेरे भगवान

मेरे माता-पिता मेरे भगवान हैं
उन्हीं से तो मेरी पहचान है।
उनसे मिला मुझे मेरा नाम है।

           
 उन्हें पाकर मेरा जीवन कल्याण है।
मुझे मेरे माता-पिता से बहुत प्यार है।

मेरे माता-पिता ही मेरे मित्र है।
उनका मेरा नाता बहुत पवित्र है।

हर दुख वो मेरा खुद पर सह लेते हैं 
खुदा की उस जीवित प्रतिमा को हम माता-पिता कहते हैं।

मेरे उंगलियों को  पकड़कर
मुझे चलाना सिखाया 

अपने प्यारे हाथों से मुझे मेरी मां ने हमेशा ख़ाना खिलाया
बिन बताए वो हर बात जान लेते मेरी
हर बात को मान लेते मेरी
 
के नाराज हो जाऊ तो मुझे
मनाने वो सबसे पहले आते हैं।

एक मेरे माता-पिता ही तो मेरी 
गलतियों पर भी डांटने के बजाय 
मुझे गले से लगाते हैं और हर बात 
बड़ी प्यार से समझाते हैं।

जीवन में माता-पिता से बड़ा 
मेरे लिए कोई नहीं है।
उनके प्यार में कोई मिलावट और धोखा नहीं

ये प्यार अनमोल है।
इस रिश्ते का कोई मोल नहीं 

माता पिता ही तो ईश्वर की पहचान है।
उनसे ही‌ तो मिला मुझे नाम है।
मेरे माता-पिता ही मेरे भगवान हैं।

शाक्षी✍🏻(नई दिल्ली)

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