अपराजिता कुमारी जी द्वारा छत्रपति शिवाजी पे खुबशुरत कविता#

आज 19 फ़रवरी
#श्रीमंत_छत्रपति_शिवाजी_जयंती
कुछ पंक्तियां मेरी कलम ✍️ से
🙏#महान_मराठा_महानायक 🙏 
**********************
मां भारती के वीर सपूत
श्रीमंत छत्रपति शिवाजी महाराज 
हिन्दू हृदय सम्राट, 
मराठा गौरव,महानायक

पुणे,शिवनेरी के दुर्ग में
जन्मे 19 फरवरी 1630
पिता शिवाजी शाहजी
माता जीजाबाई के
अग्रगण्य शूरवीर पुत्र
शिवाजी भोंसले

वीरंगना माता जीजाबाई
के धार्मिक संस्कारों,
साहसिक,संस्कृति 
और राजनीतिक
ज्ञान से परिपूर्ण हुए 
 
दादा कोणदेव के अस्त्र, 
शस्त्र, युद्ध कला,से निपुण
हो शिवाजी राष्ट्रप्रेमी,
कर्त्तव्यपरायण कर्मठ योद्धा
राष्ट्रीयता के जीवंत प्रतीक बने

 मुगल साम्राज्य से संघर्ष कर
पश्चिम भारत में मराठा
 साम्राज्य की नींव रखे
1674 में रायगढ़ में 
उनका राज्यभिषेक हुआ 
और  "छत्रपति" 
शिवाजी महाराज बने

अनुशासित सेना,सुसंगठित
प्रशासनिक इकाइयों,
गोरिल्ला युद्ध शैलियों,
साम्राज्य विस्तार नीतियों से 
प्रगतिशील शासन किये  

पराक्रमों की लोकप्रियता
वीरता की गौरव गाथा
भारतीय इतिहास में 
स्वर्ण अक्षरों में अंकित है
महान योद्धा,कुशल शासक
सर्वप्रिय राजा के रूप में 

अदम्य साहसी योद्धा,
अन्याय के विरुद्ध संघर्ष
धर्म रक्षक,निडर,समर्थ रक्षक
राष्ट्रप्रेम के प्रति समर्पित
देशवासियों में हरदम
नवीन उत्साह का संचार किये

शौर्य के प्रतीक,परम पराक्रमी
साहस,करुणा,धैर्य,बलिदान
न्याय,नीति, स्वाधीनता
का अलख जगाकर 
हिंद स्वराज की नींव रखे

मराठा साम्राज्य का 
कभी न डूबने वाला सूरज
3 अप्रैल 1680 पहाड़ी दुर्ग
राजगढ़ में डूब गया,

गौ-ब्राह्मण प्रतिपालक, 
यवन-परपीडक,प्रौढ़ प्रताप
पुरंधर,क्षत्रिय कुलावातंश,
राजाधिराज,योगीराज, की
श्री श्री श्री छत्रपति शिवाजी
 महाराज की जय जय🙏  

अपराजिता कुमारी
उत्क्रमित मध्य विद्यालय 
जिगना जगरनाथ प्रखंड हथुआ
जिला गोपालगंज
बिहार

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ