श्रीमती अरुणा अग्रवाल जी द्वारा संविधान दिवस पर खूबसूरत रचना

नमन मंच,माता शारदे,
शीर्षक"संविधान दिवस"
14,04,2022,
आज है प्यारा संविधान दिवस,
अथक प्रयास किया भीमराव,संघर्ष,
दलित,पीड़ित,नारीशोषण के खिलाफ़,
अल्फाज से बनाया"संविधान-किताब"।।

कर्तव्य,अधिकार,कानून,विधि,
सबका लेखाजोखा विवरण-निधि,
पर्याप्त समय,जद्दोजहद से सफलता-
भानू हुआ उदीयमान,भारतवर्ष-आकाश।।

नारी सशक्तिकरण को भी बल,
दिया वह नेक इन्सान,देशभक्त,
सादगीपूर्ण जीवन,उच्च विचार-धनी,
तनिक न था गुमान वह मनिषि-मणि।।

धारा,अनुच्छेद,क़ानून-व्यवस्था,
एकैक जनकल्याणी,आलेख-रथ,
आज जो सुचारू रूप से चल रहा देश
यह है नतिज़ातन,भीमराव का प्रयास।।

आज हमारा संविधान है सर्वोच्च,
समग्र विश्व के लिऐ दृष्टांत-परिचायक,
आम्बेडकर जैसे महापुरुष,लेते जन्म,
यदा-कदा,जयंती पे उन्हें तहे दिल,सलाम।।

प्रेषिका-श्रीमती अरुणा अग्रवाल,
लोरमी,जिला-मुंगेली,छःगः,

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