पिता

 पिता

पिता जीवन है,संम्बल है,शक्ति है,
पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है,

पिता अंगुली पकडे बच्चे का सहारा है,
पिता कभी कुछ खट्टा कभी खारा है, 

पिता ! पिता पालन है पोषण है परिवार का अनुशासन है,
पिता ! पिता धौस से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है,

पिता ! पिता रोटी है कपड़ा है मकान है,
पिता ! पिता छोटे परिंदे का बड़ा आसमान है,

पिता ! पिता अप्रदर्शित अनंत प्यार है,
पिता है तो बच्चों को इन्तजार है,

पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने है,
पिता है तो बाजार के सब खिलौने अपने है,

पिता से परिवार में प्रतिपल राग है,
पिता से ही माँ की बिंदी और सुहाग है,

पिता परमात्मा  की जगत के प्रति आसक्ति है,
पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है,

पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ती है,
पिता ! पिता रक्त में दिये हुये संस्कारों की मूर्ती है,

पिता ! पिता एक जीवन को जीवन का दान है,
पिता ! पिता दुनिया दिखाने का अहसान है,

पिता ! पिता सुरक्षा है अगर सिर पर हाथ है,ता नही तो बचपन अनाथ है,

तो पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो,
पिता का अपमान नही उन पर अभिमान करो,

क्योंकि माँ-बाप की कमी को कोई पाट नहीं सकता,
और ईश्वर भी उनके आशीषों को काट नही सकता !

विश्व में किसी भी देवता  का स्थान दूजा है,
माँ-बाप की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है,

विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्राएँ व्यर्थ है,
यदि बेटे के होते माँ-बाप असमर्थ है,

वो खुशनसीब है,माँ-बाप जिनके साथ होते है,
क्योंकि,माँ-बाप के आशीषों के हाथ हजारों हाँथ होते है .....!!!

पितृत्व दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
🙏🙏🙏🙏

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