भूपसिंह 'भारती'जी की रचना

योगी  करते  योग है,  भोगी  करते  भोग।
भोगी  रोग  बढावते,  योग   मेटता   रोग।
योग   मेटता   रोग,  योग की विद्या न्यारी।
योग दिवस नै आज,  मनावै दुनिया सारी।
करो  'भारती'  योग,  राखै काया  निरोगी।
योग  बुद्ध की देन,  बनी इब दुनिया योगी।

                    भूपसिंह 'भारती'

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