बदलाव मंच साहित्यिक प्रतियोगिता विषय - सावन
शीर्षक - सावननाम - कवि मंगल शर्मा
दिनांक - 07/07/2020
सावन के हर मस्त मलंगी झूलो पर तेरा साया है
लगे देख कर ऐसा मानो समय लौट कर आया है
1)
मन्द मन्द सी हवा चले है हर कण पर तेरा नाम है
तू जो साथ मेरे तो दिन वरना हर पल ही शाम है
हवा का झोंका बन पैगामी ये सन्देसा लाया है
आने की तेरी खुशी देख लहरों ने गीत सुनाया है
सावन के हर मस्त मलंगी झूलो पर तेरा साया है
लगे देख कर ऐसा मानो समय लौट कर आया है
2)
कंचन काया भोली सूरत मृग के सम है नैन तेरा
चाँद चकोरी मुखमंडल ने लूट लिया है चैन मेरा
गुँजन करता फिरत भँवरा फूलो का मन मुस्काया है
आने की तेरी खुशी देख लहरों ने गीत सुनाया है
सावन के हर मस्त मलंगी झूलो पर तेरा साया है
लगे देख कर ऐसा मानो समय लौट कर आया है
कवि मंगल शर्मा
रेवाडी , हरियाणा
संपर्क : 9813185427
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