क्रांति वीर बिरसा
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अपनी माटी अपना वन धन
जानो तुम मूल पहचान ।
धर्म संस्कृति, अस्मिता बचाने
करते बिरसा आव्हान ।
अंध , पाखंड को जड़ से मिटाने
संकल्प लिए गुणवान ।
बिगुल बजाया जन क्रांति का
स्वाभिमानी बिरसा महान ।
शोषित पीड़ित जन सेवा
समर्पित क्रांतिदूत विभववान।
उलगुलान प्रण डोम्ब गिरी में
किया संघर्ष ऐलान ।
जल , जंगल ,जमीन हमारा
हम धरा सब संतान ।
जीवन में बदलाव लाने कहे
मूलवासी बिरसा सुजान ।
शिक्षा त्याग सुंगना सुत
हुए मुंडा कौम पर बलिदान।
जनमुख बन धरती बाबा
अमर हुए वीर बिरसा भगवान।
अपनी माटी अपना वन......
संस्कृति, अस्मिता बचाने ...
जमुना देवी गढ़ेवाल
छ.ग. कोरबा
जय जोहार 🙏🙏
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