गुरु पुर्णिमा की बधाई



ऊं नमो नारायण
सतगुरु देव नमाय
गुरु पुर्णिमा की बधाई 👏👏

ऊं


 दोहा  1

सतगुरु जी संसार मे है अनमोल रत्न धन खान
सतगुरु बिना संसार मे नही पा सकता भगवान


पद   1
सतगुरु जी ने यह बात बताई
        राम नाम जग मे सुखदाई
            गई राम नाम मे शक्ति पाई
                 पानी पर पत्थर तर जाई

दोहा  2

सतगुरु जी के चरणो की जो करता है सेवा
तत्व ज्ञान भव जगत मे सतगुरु जी नैया खेवा

पद  2

सतगुरु जी के चरणो की माय
   नत मस्तक रहै हुक्म पुगाया
      सतगुरु तत्व ज्ञान बरसाया
     .   रस बस भरी आनन्दित काया

दोहा  13

सतगुरु जी की संसार मे जिस पर कृपा आवै
तत्व ज्ञान सुन ध्यान से जब सतगुरु बरसावै

 पद   13
सतगुरु जी से हो ऐसा नाता
    जितनी भी सेवा शिषय ठाता
       खुद सतगुरु के मन को भाता
          सतगुरु जी सत मार्ग  दर्शाता


दोहा   14

सतगुरु जी का संसार मे हो शिषय आज्ञाकारी
नही परधन पर ध्यान दे नही चाहवै पर नारी


पद  14

सतगुरु शिषय की बढ़े प्रीत
    सेवा से शिषय ले मन जीत
     सतगुरु जी काटै पाप अतित
         फिर शिषय नही रहै भयभीत

दोहा   25

सतगुरु जी दाता मोक्ष के बिरला ही ले पाये
बिना सतगुरु ना सत लखै भव मे गोता खाये


पद     25

सतगुरु ऐसी झड़ी लगादे
   पल मे तत्व ज्ञान बरसादे
      मन की व्याधा दुर भगादे
 .     सत को पल मे अलख लखादे



दोहा    26

जिन पर सतगुरु दयाल है उन बन्दा की जीत
जिन पर कर सतगुरु मेहर दे हरि से लगा प्रीत


पद      26


सत का सतगुरु सत का ज्ञान
 चित का चेला सतगुरु की शान
   सतगुरु शिक्षा का होता वरदान
     सतगुरु रक्षक तो संग भगवान





दोहा  35

मोक्ष बिना मानव रहै करता सदा मलाल
सतगुरु जिनके दयाल हैं मार सकै ना काल

पद 35

सतगुरु जी से करो फरियाद
   सतगुरु जी ज्ञान का दे प्रसाद
    ना जीवन मे रहे कोय फिसाद
     सतगुरु दयाल हुये खत्म अपवाद

दोहा   36

सतगुरु जी से ज्ञान लो रहो भजन मे लीन
बिना ज्ञान जीवन इसा ज्यु पानी बिन मिन

पद  36

सतगुरु जी से सोधि आ जावै
  सतगुरु जी सच्चा अंक सिखावै
    सतगुरु जी बिना निखर ना पावै 
      सतगुरु जी कृपा ही पार लगावै
        
    
दोहा  47

सतगुरु जी संसार मेे अनमोल रत्न धन खान
सतगुरु जी शरणै लगे रहो धरो अंक मे ध्यान

पद   47

सतगुरु को जो चित से ध्यावै
    सतगुरु बिन मार्ग नही पावै
          सतगुरु ही मार्ग को दर्शावै
              सतगुरु त़त्व ज्ञान बरसावै

दोहा  48

सतगुरु बिन संसार मे घट मे घोर अन्धेर
सतगुरु घट मे भर देवै तत्व ज्ञान का ढ़ेर

पद   48

सतगुरु जी का ऐसे मान 
     धरो गुरु चरणों मे ध्यान
       लो सतगुरु से कृपा दान
          सतगुरु भक्ति जग प्रधान

दोहा   61

सतगुरु जी को जगत मे बिरला जन कोई पाय
जब पाया फिर आया नही अमर नाम हो जाय


पद     61

बहार बहार संसार पढ़ावै
       सतगुरु अंत: घट समझावै
           शिषय शौध अमल मे लावै
             सतगुरु उनको आप बढ़ावै


दोहा   62

सतगुरु शिषय शब्दों मे भाव भरा अनमोल
सतगुरु पल मे पढ़ा दिया रहा  हरि हर बोल 


पद     62

 सतगुरु जी से पाया सिख
   सब है नकली जो रहा दीख
      जिस शिषय नै पकड़ी लीख
           नाम कमाया ना मांगी भीख



ऊं नंमो नारायण

अशोक जाखड़ अशोक
मो0  9306116563
ढाणा,साल्हावास,झज्जर,हरियाणा

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