फिर एक नई सुबह आई है

फिर एक नई सुबह आई है,*
एक रंग नया  लेकर आई है,*

चलो उठो खुद को रंगते हैं,* 
अपने तो पालक रघुराई हैं*.. 
           *भ्रमरपुरिया*

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