विश्व गुरु बन जाए भारत

पैरोडी गीत :विश्व गुरु बन जाए भारत 
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संसार से न्यारा है ,हमें प्राण से प्यारा है ।
सत्कर्म करें,मन धर्म धरें ,
प्रण लक्ष्य हमारा है ।
विश्व गुरु बन जाए भारत ,समय पुकारा है ।।
यह ऋषि-मुनियों की माटी ,
ना टूटेगी ,संस्कार परिपाटी ।
हो चाहे घोर अन्धेरे ,
पाकर रहते,मृदु पावन सुखद सवेरे ।।
धैर्य रखें ,विश्वास रखें ,
प्रण लक्ष्य हमारा है ।
विश्व गुरु बन जाये भारत,समय पुकारा है ।।
भारत के वीर सिपाही ,
युद्ध लड़े ,ना भूलें मानवताही ।
दुश्मन हमसे घवराये ,
बच्चा-बच्चा ,जब गीत देश के गाये ।।
बढते रहें , नभ चढ़ते रहें,
प्रण लक्ष्य हमारा है ।
विश्व गुरु बन जाये भारत ,समय पुकारा है ।।
सभी मृत्यु भोज को त्यागें ,
दान करें ,ना दहेज़ को मांगे ।
अनुचित नहिं होने देंगे ,
दुख अपनों के,दिल से दूर करेंगे ।।
ना हो आत्महत्या,ना हो भ्रूण हत्या,
प्रण लक्ष्य हमारा है ।
विश्व गुरु बन जाये भारत ,समय पुकारा है ।।
डॉ अनुज कुमार चौहान "अनुज"
अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश )

Badlavmanch

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