#नमन 'बदलाव मंच'
#विषय-'कलम और शब्द'
#विधा-पद्य(छंद मुक्त,अतुकांत)
विषय -
*'कलम,शब्द और साहित्य'*
शब्द हैं तो कलम है।
कलम है तो शब्द।।
मन में लिखने की चाह।
अथवा हो कोई राह ।।
तो हस्त चल पड़ते हैं।
ह्रदय-उद् गार आपस में लड़ जाते हैं।।
समाज में हो कोई बदलाव ।
तो लेख दूर करे हर भ्रांति।।
संसार से मिल रहा दुःख।
तो कविता प्रदान करती आंतरिक सुकून ।।
प्रेम,करुणा व हास्य हैं, इसके अनेक रंग,
तो तुम दुःख से क्यों करते अपने तन को कुरूप।
कलम से लिखो,
शब्दों को आत्मसात करो ,
अपने जीवन को आदर्शमय बनाओ।
अच्छे सृजन से साहित्य को सजाना चाहिए।
कलम व शब्द के महत्व को समझना चाहिए।।
स्वरचित व मौलिक रचना।
नाम-रूपा व्यास
पता.'परमाणु नगरी'रावतभाटा, चित्तौड़गढ़(राजस्थान)
ईमेल-
rupa1988rbt@gmail.com
1 टिप्पणियाँ
बहुत सुंदर लेखनी
जवाब देंहटाएंवाह