मैं तो श्रीराम का पुजारी, हूँ राम का,*
*मेरी चिंता राम ही करेंगे,*
*राम ही करेंगे, राम ही करेंगे.*.....
*तेरी हर महिमा का करूँ मैं गुणगान*,
*मेरी चिंता राम ही करेंगे...*..
*जीवन मेरा तेरे हवाले*....
*जग में मिलता है तुमसे ही सम्मान,*,
*कि मेरी चिंता राम ही करेंगे.*....
*रावण कितना ज्ञानी दानी*..
*उसकी मति ने कर दिया संहार*
*सोने की लंका धू धू जली*..
*कि मेरी चिंता राम ही करेंगे*...
*आज्ञाकारी, शिष्टाचारी*,
*त्याग महल बन गए संन्यासी,*
*वन में कितनों का किया उद्धार,*
*मेरी चिंता राम ही करेंगे*......
*तेरी चरणों में है यही अरदास,*
*रोम रोम में राम का है अब वास,*
*कि मेरी चिंता राम ही करेंगे*....
*डॉ सत्यम भास्कर "भ्रमरपुरिया", दिल्ली*
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