कवयित्री साधना मिश्रा विंध्य जी द्वारा रचना (विषय-ईश्वर चंद्र विद्यासागर)

विषय *ईश्वर चंद्र विद्यासागर*


शिक्षा ,संस्कार ,स्वावलंबन के आगार हुए,
उत्कृष्ट प्रदर्शन से ईश्वर जगत आधार हुए।
संस्कृत शिक्षक ,सुधार अभियान की नीव हुए,
नारी संवेदनओं का वे
उपहार  हुए,
ईश्वर प्रयासों से बाल विवाह, बहू पत्नी प्रथा निषेध कानून हुए,
बचपन को बचाया, असंभव भी संभव हुए।
संघर्ष की वेदी  पर चल
नारी का गौरव हुए।
विधवा विवाह प्रथा के लिए एक मिसाल हुए।
नारी शिक्षा हित, विद्यालय से
नारी शिक्षा की ढाल हुए,
राजा राममोहन राय के उत्तराधिकारी नारी शक्ति का मान हुए।
ईश्वर चंद्र विद्यासागर, समाज सुधारक शिक्षा शास्त्री भारत की पहचान हुए।
देशहित किए नवाचार कई  देश का अभिमान हुए।


साधना मिश्रा विंध्य
लखनऊ उत्तर प्रदेश

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