ज़िन्दगी से हर हाल में निभाया हमने।
बेइंतिहा प्यार भी जताया हमने।
इल्जामे बेवफाई मिली फिर भी-
क्या गुनाह गर मौत को गले लगाया हमने।
अब बेवफाई का मन बना है।
तुझसे वादा खिलाफ़ी का मन बना है।
दिल से बगावत करके हमे-
मौत को बाहों में भरने का मन बना है ।
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