★"जय माता दी"★*
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*ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी*
*दुर्गाक्षमा शिवाधात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।*
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"सुविचार" मानव को
प्रेरणा देते हैं और उनके सफलता
के मार्ग की सीढ़ी बनकर उनके जीवन में
एक माध्यम बनते है।
गीता का भी यही उपदेश है
कर्म सबसे श्रेष्ठ है जैसा व्यक्ति कर्म करता है
उसे वैसा ही फल मिलता है।
भाग्य, असफलता यह
सब व्यक्ति के मन की उपज है।
* "जय माता दी""जय माता दी" *
*सुप्रभातमित्रो*
*गीता पान्डेय(कवयित्री)* रायबरेली*
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