चना जोर गरम#शिवशंकर लोध राजपूत (दिल्ली) जी द्वारा खूबसूरत रचना#

बदलाव मंच को नमन 
दिनांक :22/10/2020
शीर्षक :चना 
विधा :गीत 
*चना जोर गरम*

चना जोर गरम बाबू, मुलायम मजेदार
चना जोर गरम...........................
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार
चना जोर गरम...........................
चना चूरमुर चूरमुर बोले बाबूजी के जियरा डोले
पॉकेट में हाथ चलावे पैयसा ढूंढे नहीं पावे
चना जोर गरम.........................
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार
चना जोर गरम..........................
मेरा चना बना है आला इसको खाते लक्ष्मण वीर
चलावे रण में तीर फूटी मेघनाथ तकदीर
चना जोर गरम...........................
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार
चना जोर गरम...........................
गाड़ी कानपुर से आई सीटी मत देना टी.टी.भाई
मेरा चना लेते जाना सब बच्चे, बहन, बाबू भाई 
चना जोर गरम........................... 
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार 
चना जोर गरम........................... 
नीचे बहती गंगा मैया दुआ लेते जाना भैया
चना जोर गरम...........................
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार
चना जोर गरम...........................
मेरा चना खा गए घोड़े रण में खटपट खटपट दौड़े
चना जोर गरम...........................
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार
चना जोर गरम...........................
रानी लक्ष्मीबाई,छत्रपति शिवाजी, 
महाराणा प्रताप के घोड़े खाकर
मेरा चना रण में दिखावे वीरता के कौशल 
चना जोर गरम........................... 
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार
चना जोर गरम...........................
चना मेरा जो न खाये वो जिंदगी भर पछताये 
चना जोर गरम...........................
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार 
चना जोर गरम........................... 
चना जो भी खाये कई बीमारियों से छुटकारा पाये 
चना जोर गरम........................... 
चना जोर गरम बाबू मुलायम मजेदार 
चना जोर गरम........................... 

शिवशंकर लोध राजपूत 
(दिल्ली)

यह स्वरचित गीत है !

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