राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय बदलाव मंच नमन
सप्ताहिक प्रतियोगिता
दिनांक - 18/11/2020
विषय - दीपोत्सव
शीर्षक - हमारी दिवाली
खुशियों का त्योहार दिवाली
रिश्तो में बढ़ता प्यार वाली,
मन से द्वेष मिटाए जो,
हो ऐसी हर बार दिवाली।
हर घर रौशन होता है इस दिन,
श्री गणेश और लक्ष्मी जी आते हैं,
वातावरण की शुद्धता में,
चार चाँद लग जाते हैं।
घर-घर मिष्ठान भरे होते हैं,
फुलझड़ियों की लगती कतार,
बच्चे भी खुश हो जाते हैं,
जब-जब आता ये प्यारा त्योहार।
जीवन की ज्योत जगाना है,
हर मोड़ पर दीप जलाना है,
कर कमलों से करो अच्छे कर्म,
हर दिन दिवाली मनाना है।
स्वरचित कविता
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