कवि निर्मल जैन ‘नीर' जी द्वारा सुंदर रचना

गोवर्द्धन पूजा......
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महत्व खास~
गोवर्धन की पूजा
कार्तिक मास
तोड़ा गुमान~
देवराज इंद्र का
घटाया मान
अद्भुत माया~
कृष्ण समक्ष इंद्र
शीश झुकाया
गौ धन पूजा~
अन्नकूट उत्सव
काज न दूजा
भज लो कृष्णा~
मिटती है सबके
मन की तृष्णा
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निर्मल जैन 'नीर'
ऋषभदेव/उदयपुर
राजस्थान

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