सादर समीक्षार्थ
बाल गीत - मेरा भैया
मेरा प्यारा राजा भैया
सारे जग से मुझको प्यारा
भैया दूज के दिन मैं तो
भैया की लूँगी बलैयाँ..।।
थाल सजा रोली कुमकुम से
आरती तेरी उतारूँगी
सारी विघ्न बाधाएँ तेरी
प्रभु से दूर करवाऊँगी ..।।
कष्ट न कुछआए जीवन में
कृपालु रहें विघ्नेश्वर भी
प्रसन्न रहे सदा ही तू तो
यही तो कामना है मेरी ..।।
प्रेम और विश्वास हमारा
एक दूजे पर सदा बना रहे
पावन रिश्ता हम दोनों का
सदा यूँ ही महकता रहे..।।
डॉ. राजेश कुमार जैन
श्रीनगर गढ़वाल
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