मधु भूतड़ा जी द्वारा खूबसूरत रचना#

*नमन मंच*

*दिनांक - 10.12.2020*

*विषय - मानव अधिकार*
आज़ाद परिंदों की तरह उड़ान मिले
स्वयं के वज़ूद को भरपूर सम्मान मिले

मानव अधिकारों का हनन ज़ुल्म सितम
नए परवाज़ के साथ उठाए जाते कदम

राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग का गठन
अनेकता में एकजुटता परिभाषित प्रबंधन

शिक्षा स्वास्थ आर्थिक मूलभूत जीवन सुविधा
सुरक्षित माहौल भेदभाव रहित सुंदर विधा

अधिकारों का जो करते मानव उल्लंघन
मिलती कानूनी सजा सख़्ती कठोर बंधन

मानव अधिकारों के लिए बना संविधान
जिंदा रहे हमारा अस्तित्व हमारी पहचान

समता समानता संवैधानिक अधिकार 
संस्कार संस्कृति का प्रचार और प्रसार 

राष्ट्र ध्वज व राष्ट्र गान का हो हममें आदर 
बाल शोषण उत्पीड़न पर अंकुश लगाकर 

मानव अधिकारों को समझना है जरूरी 
निर्मूलन करे भ्रष्टाचार गरीबी भुखमरी 

बेरोजगारी असहिष्णुता रंगभेद हटाना 
मौलिक अधिकार की जागरुकता लाना 

विचार विवेक आस्था धर्म जाति विश्वास
मानव अधिकार पाठ पढ़ाता यह दिन ख़ास।

*मधु भूतड़ा*
*गुलाबी नगरी जयपुर से*

#ekpehalbymadhubhutra

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