.
कविता
*ज़माने से एक बात*
~~~~~~~~~~
गंगा यमुना हिमालय,
संस्कृतियों की माला।
ज़माने से एक बात,
मन में मत रख काला।।
भारत मां की संतान,
संस्कारो पर चलना।
ज़माने से एक बात,
फिर हमें नहीं डरना।।
दुश्मन अपना साथी,
सभी ने स्वीकारा।
ज़माने से एक बात,
जल्दी मिले छुटकारा।।
राष्ट्र सम्पति है अपनी,
रक्षा हमें करनी है।
ज़माने से एक बात,
भारत मां अपनी है।।
मिलकर चलना भी तो,
हिन्द देश की पहचान।
ज़माने से एक बात,
कभी न करो अभिमान।।
©®
0 टिप्पणियाँ