डॉ मलकप्पा अलियास महेश जी द्वारा अद्वितीय रचना#

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बदलाव मंच 
साप्ताहिक काव्य प्रतियोगिता 

दिनांक :- 29 दिसंबर, 2020 से 5 जनवरी, 2021
विषय :- नया साल, नए संकल्प, 2021

वर्ष दो हजार 

वर्ष दो हजार इक्कीस आया, 
नयी खुशी-स्फूर्ति भर लाया l

सूरज उदित होकर हर्ष दिखायाl
धूप से तो ऋतु परिवर्तन लेआया |

बूँद - बूँदों से वर्षा तू बरसाई,
कोहरा घने बादलों से रात छाई |

दो हजार बीस संकट की फांसी बनी ,
जन जीवन लक्ष्य गंवाई |

हरियाली तो उन्नत नहीं कर पाया  |
अन्नदाता के चेहरे पे अंधकार छाया |

जीव संकुल तो अवमूल्यन पाया  
कोरोना तो धरा पे अशांति पैलाया  |
नया बरस सुख संपत्ति लाना, 
विद्यार्थियों में बुद्धि बढाना |

पपीहा तो स्वरों से गाए ,
मयूर पंख खोलकर नाचे |

कोरोना मुक्त करने वैक्सीन आया ,
सब चेहरे पे मुस्क़ुराहट लाया |


डॉ मलकप्पा अलियास महेश बेंगलूर कर्नाटक

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