वंशिका अल्पना दुबे (बेंगलुरु) जी#होली#

दोहा
 विषय:- होली
फागुन की खुशियां मनाए, श्याम संग होली मनाए l
होलिका दहन हम कराएं, सच्चाई की जीत मनाए ll

होली के  रंग में  रंग जाए, घर को  रंगो से सजाएं l
अपनों के संग होली मनाए, चेहरे मुस्कान सजाए ll

डाल-डाल फूल खिल आए, टेसू रंग निखर आए l
नेवर  पहन  पैर  थिरकाए, टोली  संग झूमे गाए ll

फागुन  फाग  गुनगुनाए,  रंग  गुलाल  उड़ाए l
सुन बांसुरी मनमोह जाए, प्रेम के रंग उड़ाए ll

श्याम संग होली खेल आए, प्रेम भक्ति में डूब जाए l
जग तेरा  दीवाना हो  जाए,  प्रेम में घुल मिल जाए ll

(नेवर--> पायल) 

वंशिका अल्पना दुबे (बेंगलुरु)

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