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रखो
मेल मिलाप
व्यर्थ मत करो
किसी से
अलाप
•
मधुर
हो वार्तालाप
दूसरों से समक्ष
व्यर्थ होता
विलाप
•
मुख
हो मिठास
मिट जाती नफरत
हृदय की
खटास
•
स्वस्थ
हो परिहास
फैले चारों तरफ़
ख़ुशियों का
प्रकाश
•
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निर्मल जैन 'नीर'
ऋषभदेव/उदयपुर
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