कोटि प्रणाम#निर्मल जैन जी द्वारा अद्वितीय रचना#

विपिन रावत.....
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कोटि प्रणाम~
राष्ट्र हित हो गये
जो बलिदान
कोई न जोड़~
विपिन रावत थे
योद्धा बेजोड़
महानायक~
तीनों सेनाओं के थे
सेनानायक
रक्षा प्रहरी~
राष्ट्रहित सो गये
निंद्रा गहरी
झुकता माथा~
कण-कण में गूँजी
वीरों की गाथा
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निर्मल जैन 'नीर'
ऋषभदेव/उदयपुर
राजस्थान

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