परम वीर योद्धा भीमराव जी#श्रीमती देवन्ती देवी चंद्रवंशी जी द्वारा अद्वितीय कविता#

शीर्षक परम वीर योद्धा भीमराव जी
विधा कविता
हे हमारे परम वीर योद्धा पुज्य भीमराव जी

शत शत नमन भारतीय करते हैं आपको।
भारतीय नारी सर झुका रही है आपको।

नमन आपके परम पूज्य माता पिता को।
दूध का कर्ज चुकाए आपने, जन्मदाता माता को।

बाबा भीमराव की बात बड़ी अनोखी है।
युद्ध करने का साहस दुनिया  देखी है।

कदम नहीं पीछे रखने वाले  थें।
परम देश भक्त  भीमराव जी थें।
शोषित पीड़ित दलित जनों का।
भीमराव जी भाग्य विधाता थें।

परमवीर आप की महिमा का,क्या करूॅ॑ बखान।
आप का गुणगान करते हैं, संपूर्ण हिंदुस्तान।

भारत माता की रक्षा करना समझे अपना अधिकार।
देश के लिए त्याग दिए थें,आपने कुल परिवार।

हे भारत माता के प्यारे पुत्र,आप वीर योद्धा थें।
दुराचारी से टकरा गए, क्योंकि आप वीर योद्धा थें।

आपका पहला उद्देश्य शोषित बनके कोई ना रहे।
नारी की लाज बचाने के लिए, प्राण रहे  या ना रहे।

लेखिका 
श्रीमती देवन्ती देवी चंद्रवंशी
      धनबाद झारखंड
अप्रकाशित स्वरचित कविता

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