निर्मल जैन 'नीर' जी द्वारा खूबसूरत रचना#कविता-महात्मा बुद्ध#

महात्मा बुद्ध...
*******************
नयन तारे~
शुद्धोधन माया के
राज दुलारे
सरल शुद्ध~
मोक्ष के पथगामी
गौतम बुद्ध
मन निर्मल~
महात्मा बुद्ध में था
संयम बल
जग असार~
त्रिपिटक ग्रंथ में
जीवन सार
छोड़ के माया~
बोधि वृक्ष के नीचे
बुद्धत्व-पाया
*******************
निर्मल जैन 'नीर'
ऋषभदेव/उदयपुर
राजस्थान

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ